घूमते तेरी गली के दायरे में
ख़ुद को पाया है खुशी के दायरे में
ढूंढते ही रह गए हम, दिल हमारा
खो गया दीवानगी के दायरे में
आसमानों की बुलंदी छू मगर तू
पैर तेरे हों जमीं के दायरे में
जी रहे थे ये मगर किसको पता था?
ज़िन्दगी है ज़िन्दगी के दायरे में
वो पराये दर्द अपनाता चला है,
हम भटकते हैं खुदी के दायरे में
दिल उलझता जा रहा है आशिकी में
जैसे शहजादा परी के दायरे में
"रूह" बस ये इल्तिजा है आसमाँ से,
मौत आए शाइरी के दायरे में
दिल उलझता जा रहा है आशिकी में
जवाब देंहटाएंजैसे शहजादा परी के दायरे में
"रूह" बस ये इल्तिजा है आसमाँ से,
मौत आए शाइरी के दायरे में
बहुत खूब
वीनस केसरी