इस दिल में कोई फूल खिला है अभी अभी
मुझको तेरा पयाम मिला है अभी अभी
किस रोशनी से जगमगा रहा है घर मेरा
उम्मीद का चराग जला है अभी अभी
खिलती हुई कली ने मुझे दी है ये ख़बर
दिलका हसीन राज खुला है अभी अभी
राहों में मेरी फूल बिछाए बहार ने
यूँ कोई मेरे साथ चला है अभी अभी
आया है चाँद आसमां से दिल में उतरके
आँखों में तेरा प्यार पला है अभी अभी
ऐ रूह, दिल बिछाके रख सनम की राह में
एक कारवां खुशी का चला है अभी अभी
Hello
जवाब देंहटाएंyour poetries are very nice keep it up
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ऐ रूह, दिल बिछाके रख सनम की राह में
जवाब देंहटाएंएक कारवां खुशी का चला है अभी अभी .............. bahut khoob subhan allah , kahane ko koi alfaz nahi hai !!!